चंडीगढ़/ प्रशासन के आदेश एवं श्रम कानूनों को नहीं मानते प्राइवेट ठेकेदार : किरण बाला

: न्यूज़ डेस्क :

प्राइवेट ठेकेदार लगातार कर रहे हैं आउटसोर्स कच्चे वर्करों का शोषण

यूनियन ने गवर्नर को पत्र लिखकर की शिकायत

चंडीगढ़ : चंडीगढ़ में जहां एक तरफ कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन ने आम लोगों एवं आउटसोर्सिंग वर्करों दिहाड़ी दार मजदूरों की कमर तोड़ रखी है । दूसरी तरफ चंडीगढ़ में ठेकेदारों ने अपनी मनमानी की सारी हदें पार कर दी हैं । अवैध वसूली ना करने को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन के सलाहकार मनोज परिदा के आदेश हो या फिर श्रम क़ानून ही क्यों ना हो, इन सब को ठेकेदार अंगूठा दिखा कर मनमाने तरीके से अवैध वसूली कर रहे हैं और वर्करों को बिना किसी गलती के नौकरी से निकाला जा रहा है । इस पर शासन प्रशासन आंखें बंद करके बैठा है ।

ऐसे ही परेशानी का सामना पिछले कई महीनों से सुलभ शौचालय के वर्करों को करना पड़ रहा है यूनियन की प्रधान किरण बाला ने चंडीगढ़ के गवर्नर माननीय वी पी सिंह बदनोर को एक पत्र लिखा है जिसमें चंडीगढ़ के सुलभ शौचालय पर पिछले लंबे समय से कार्य कर रहे आउटसोर्सिंग वर्करों को चार-चार पांच-पांच महीने तनख्वाह नहीं दी जाती और तनख्वाह देने पर भी 3000 रुपए अवैध तरीके से काट लिए जाते हैं । पूछे जाने पर सीधा नौकरी से वर्कर को निकाल दिया जाता है । इसकी शिकायत इससे पहले संबंधित विभाग को लिखित एवं मौखिक तौर पर कई बार की जा चुकी है लेकिन प्रशासन के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह पूरा घोटाला किया जा रहा है । इसको लेकर सुलभ शौचालय यूनियन की ओर से 22 जून 2021 को सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक नगर निगम विभाग सेक्टर 17 के सामने एक दिन की भूख हड़ताल की जाएगी । अगर इसके बाद भी समस्या का हल नहीं निकाला गया तो समूचे चंडीगढ़ में शौचालय को बंद किया जाएगा और वर्कर परिवार समेत सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे ।

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